
घुटने में दर्द होना कई कारणों से हो सकता है। यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक देखा जाता है। ऐसे में घुटनों के लिए विशेष एक्सरसाइज करने से सूजन और दर्द में कमी आ सकती है। ऐसा कई अध्ययनों में देखा गया है कि एक्सरसाइज करने वाले लोगों में घुटनों का दर्द कम तीव्रता वाला होता है।
कुछ विशेष घुटनों के दर्द की एक्सरसाइज करने से न सिर्फ घुटनों के दर्द से आराम होता है बल्कि अन्य जोड़ों और मांसपेशियों में हो रहे दर्द और सूजन से भी आराम मिल सकता है। तो आइए जानते हैं घुटनों के लिए एक्सरसाइज क्या है और इन्हें करने का सही तरीका क्या है।
जब घुटनों के लिगामेंट, टेंडन, मांसपेशियों, हड्डियों, कार्टिलेज या बुर्सा में कोई सूजन या चोट आती है तो घुटनों में दर्द का एहसास हो सकता है। यह दर्द कम या ज्यादा हो सकता है। घुटनों में होने वाला दर्द कई कारणों से होता है जैसे
घुटने में दर्द होने के साथ - साथ सूजन, कठोरता, चलने पर घुटनों से आवाज, घुटनों को मोड़ने और सीधा करने में दिक्कत, घुटनों में जलन और लाल निशान आदि देखे जा सकते हैं।


कई अध्ययनों में पाया गया कि व्यायाम करने से घुटनों में हो रहा दर्द काफी कम हो सकता है। व्यायाम करने के फायदे कुछ इस प्रकार हैं:
घुटने में दर्द होने पर कई तरह की एक्सरसाइज की जा सकती हैं जिससे लिगामेंट और टेंडन में लचीलापन बढ़ता है और इस तरह एक्सरसाइज दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
कुछ निम्नलिखित घुटने की एक्सरसाइज इस प्रकार हैं -
यह एक्सरसाइज करने में बहुत आसान है और यह घुटनों की मांसपेशियों मजबूत बनाने और घुटने में होने वाले दर्द को भी कम करने में सहायक हो सकती है।
करने का तरीका
यह घुटनों की एक्सरसाइज कूल्हे की मांसपेशियों को मजबूत बनाने का काम करती है। इसके अलावा यह घुटनों को स्थिर रखने के साथ-साथ दर्द को भी कम करने में सहायता कर सकती है।
करने का तरीका
यह एक्सरसाइज पिंडली की मांसपेशियों को मजबूती देने में मदद करती है और इसके साथ ही साथ यह मेनिस्कस, कार्टिलेज और लिगामेंट को अनावश्यक तनाव से भी बचाने का काम करती है।
करने का तरीका
हिप ब्रिज ऐसी एक्सरसाइज है जो घुटने की स्थिरता को बनाए रखती है और कूल्हे को भी मजबूती देने में कारगर हो सकती है।
करने का तरीका
इस एक्सरसाइज को करने से क्वाड्रिसेप्स मांसपेशियों में लचीलापन आता है और इसके साथ साथ कूल्हे की फ्लैक्सर मांसपेशियों को मजबूत करती है।
करने का तरीका
हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच एक्सरसाइज जांघ के पीछे की मांसपेशियों को मजबूत करती है। इस एक्सरसाइज को करते समय पिंडली में खिंचाव महसूस हो सकता है।
करने का तरीका
इस घुटनों की एक्सरसाइज को करने से घुटनों का दर्द भी कम होता है और कूल्हों की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।
करने का तरीका
यह एक बहुत ही आसान मगर असरदार घुटनों के लिए एक्सरसाइज है जिसको करने से घुटने में हो रहे दर्द में आराम मिल सकता है।
करने का तरीका
लेग साइकिल एक्सरसाइज घुटनों के दर्द को कम करने के साथ-साथ घुटनों को मजबूत बनाने में भी मदद कर सकती है।
करने का तरीका
घुटनों के दर्द के लिए सीटिड लेग रेज़िज़ एक्सरसाइज करना लाभदायक हो सकता है। घुटने में हो रहे दर्द को सही करने के साथ-साथ इस एक्सरसाइज से पैर की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।
करने का तरीका
घुटनों के दर्द को ठीक करने के लिए एक्सरसाइज के साथ - साथ स्वस्थ जीवनशैली का होना भी आवश्यक होता है। स्वस्थ जीवनशैली घुटनों के दर्द को ठीक करने में एक मुख्य भूमिका निभाती है। स्वस्थ जीवनशैली के लिए निम्नलिखित बिंदुओं का ध्यान रखना चाहिए:
घुटनों की एक्सरसाइज करने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है जिससे एक्सरसाइज करने का लाभ अधिक से अधिक मिल सके। घुटनों की एक्सरसाइज से पहले कुछ निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है:
इस लेख में हमने घुटनों की एक्सरसाइज और इन्हे सही तरीके से करने के बारे में जाना। घुटनों में दर्द होने पर भी इन्हे किया जा सकता है जिससे सूजन और दर्द कम होता है। घुटनों की एक्सरसाइज करने से कार्टिलेज, लिगामेंट और जोड़ों की मांसपेशियों में लचीलापन आता है जिससे इनमे फ्रैक्चर होने की संभावना कम रहती है।
हेक्साहेल्थ की मदद से आप एक्सपर्ट फिजियोथेरेपिस्ट या ऑर्थोपेडिक सर्जन से अपने घुटनों से जुड़ी समस्या की सलाह ले सकते हैं। इसके अलावा हमारे व्हाट्सएप एक्सपर्ट से भी सलाह ले सकते हैं। हेक्साहेल्थ के प्रशिक्षित हेक्साबडीज किसी भी सर्जरी में होने वाले पेपरवर्क जैसे बीमा क्लेम करने में भी निशुल्क मदद करते हैं। इसके अलावा सर्जरी के पहले से ही पेशेंट का पूरा ख्याल रखा जाता है और सर्जरी के बाद रिकवर होने तक ख्याल रखा जाता है। हमारे माध्यम से सर्जरी करवाने वाले २५०००+ पेशेंट हमारी सेवा से पूर्णतः प्रसन्न हैं।
घुटनों को मजबूत बनाने के लिए कुछ विशेष व्यायाम घर पर किए जा सकते हैं। ये व्यायाम इस प्रकार हैं:
घुटने की एक्सरसाइज करना काफी आसान हो सकता है क्योंकि इसे करने के लिए कोई विशेष यंत्र की आवश्यकता नहीं होती है। आप घर पर ही कई तरह के एक्सरसाइज कर सकते हैं। घुटने की एक्सरसाइज करते समय इस बात का ध्यान रखें कि ऐसी कोई भी गतिविधि न करें जिससे घुटनों में तकलीफ और बढ़ जाए।
व्यायाम करने से घुटनों की रक्त वाहिकाओं में फैलाव होता है जिससे रक्त संचार और ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। इसके अलावा घुटनों के मांसपेशियों,लिगामेंट और टेंडन में लचीलापन बढ़ता है जिससे दर्द की तीव्रता ( इंटेंसिटी ) कम होती है। व्यायाम करने से घुटनों का दर्द पूरी तरह ठीक नही होता है लेकिन दर्द काफी हद तक कम हो जाता है।
घुटनों में चोट लगने या आर्थराइटिस की समस्या होने पर इसका विशेष ध्यान रखना पड़ता है। इसके अलावा अधिक उम्र के लोगों को अपने घुटनों की अधिक देखभाल करनी होती है। घुटनों की देखभाल के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें :
घुटने के जोड़ों में हो रहे दर्द से आराम पाने के लिए आप कई तरह के उपाय कर सकते हैं। कुछ उपाय इस प्रकार हैं:
जैसे - जैसे उम्र बढ़ती है शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इस वजह से घुटनों में दर्द हो सकता है।
सर्जरी द्वारा घुटना बदलने के बाद मरीज को डॉक्टर की सलाह पर बहुत हल्की एक्सरसाइज करनी चाहिए जैसे हील स्लाइड, स्ट्रेट लेग रेज, आदि करनी चाहिए। आमतौर पर ऑर्थोपेडिक डॉक्टर २० से ३० मिनट तक एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं।
घुटनों के दर्द के लिए सामान्य तेल जैसे सरसो, जैतून या नारियल के तेल से मालिश की जा सकती है। इसके अलावा कुछ एसेंशियल तेल जैसे नीलगिरी, दालचीनी और लैवेंडर का तेल लगाने से घुटनों का दर्द कम हो सकता है। एसेंशियल तेलों का इस्तेमाल करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि इन तेलों को शुद्ध रूप से न लगाएं।
व्यायाम करने से घुटनों के जोड़ों की मांसपेशियां, लिगामेंट और टेंडन लचीले होते हैं जिससे घुटनों में मजबूती आती है। घुटनों को मजबूत करने वाले कुछ व्यायाम निम्नलिखित हैं:
घुटनों के दर्द में हल्की एक्सरसाइज करना, पोषक तत्व वाले संतुलित आहार लेना, तेल से मालिश करना और सिकाई करने से दर्द में काफी कमी देखी जा सकती है। इसके अलावा दर्द से बचने के लिए दवाईयां, इंजेक्शन और अंततः सर्जरी का विकल्प रहता है।
घुटने के दर्द में सिकाई के दो प्रकार हो सकते हैं जो निम्नलिखित हैं:
घुटनों के दर्द के घरेलू उपचार कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:
घुटनों का दर्द कई कारणों से हो सकता है जिसमे से पोषक तत्वों की कमी भी एक कारण है। कुछ पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, विटामिन डी, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, क्रोमियम, सेलेनियम, फोलेट, सोडियम, विटामिन ए, विटामिन बी १, बी २, बी ३, बी ६, बी १२, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के और जिंक के कारण घुटनों में दर्द हो सकता है।
विटामिन बी १२ से लाल रक्त कणिकाओं को बनने में मदद मिलती है। इसकी कमी होने से शरीर में थकान, झुनझुनी, जीभ में सूजन, कमजोरी, सोचने - समझने में कठिनाई और जोड़ों में तेज दर्द हो सकता है।
महिलाओं और पुरुषों में घुटनों का दर्द लगभग समान कारणों से हो सकता है। हालांकि महिलाओं में कुछ अन्य कारणों से घुटने में दर्द हो सकता है जो इस प्रकार हैं:
Last Updated on: 26 September 2023

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