क्या आप जवाब खोज रहे हैं कि बवासीर क्या है, इसका इलाज कैसे किया जा सकता है, और किस प्रकार की सर्जरी उपलब्ध हैं? तब आप सही जगह पर आए हैं। बवासीर के इलाज के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए कृपया पढ़ते रहें।
बवासीर रक्त वाहिकाओं से भरे ऊतक के सामान्य "कुशन" होते हैं, जो मलाशय के अंत में, गुदा के अंदर पाए जाते हैं। यह न केवल अंदर बल्कि बाहर भी मौजूद होता है, जिसे प्रोलैप्सड पाइल्स के नाम से जाना जाता है। यदि वे बढ़े हुए हो जाते हैं तो वे लक्षण पैदा करते हैं जैसे खून निकलना।
शरीर रचना विज्ञान और शरीर विज्ञान
गुदा हमारे पाचन तंत्र का सबसे अंतिम भाग है, जो मलाशय के ठीक आगे स्थित होता है। यह हमारे पाचन तंत्र का बाहरी भाग है जो हमारे शरीर से मल को बाहर निकालता है। गुदा में स्फिंक्टर मांसपेशियां होती हैं जो मल को बाहर निकालने में नियंत्रित करने में मदद करती हैं। रक्त वाहिकाएं और नसों के सिरे भी गुदा वाले हिस्से को घेरे रहते हैं।
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शुरुआती चरणों में बवासीर को दवाओं से ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर बीमारी बढ़ जाए और बवासीर के इलाज में दवाएं असर न कर रही हों, तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं आपकी स्थिति की गंभीरता और बवासीर कितना बाहर निकला हुआ है, इसके आधार पर, आपके प्रोक्टोलॉजिस्ट बवासीर के उपचार का निर्णय करेंगे। वे आपको सर्जरी की सलाह दे सकते हैं अगर:
मुख्य तौर पर सर्जरी चार प्रकार से की जा सकती है:-
आपको बवासीर के इलाज में देरी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे जटिलताएं हो सकती हैं जैसे:
आमतौर पर, सर्जरी से बवासीर ठीक हो जाता है। इसके दोबारा होने की संभावना ऑपरेशन के बाद की जीवनशैली और देखभाल पर निर्भर करती है। पर्याप्त हाइड्रेशन (शरीर में पानी की सही मात्रा बनाए रखना) के साथ-साथ फाइबर युक्त आहार बनाए रखना महत्वपूर्ण है। अगर रोगी अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करता है तो दोबारा बवासीर होने की संभावना बहुत कम होगी। और अगर यह फिर से हो भी जाता है तो भी यह बहुत निम्न ग्रेड का होगा जिसे आसानी से प्रबंधित किया जा सकता है।
बवासीर के इलाज के बारे में ज़्यादा जानने के लिए आज ही HexaHealth से संपर्क करें। बवासीर के इलाज के लिए सबसे अच्छा डॉक्टर आर्टेमिस अस्पताल के डॉ थुसू हैं, जो बवासीर की सर्जरी के लिए प्रसिद्ध हैं। वह सामान्य और एमआई सर्जरी के विशेषज्ञ हैं और उन्हें चालीस वर्षों का अनुभव है।
अब आप जानते हैं कि बवासीर का इलाज कैसे किया जाता है। क्या आपके पास अभी भी कोई प्रश्न हैं, तो आप एक फोन कॉल दूर हैं। सही समय की प्रतीक्षा न करें और हमारी व्यक्तिगत देखभाल सहायक टीम को तुरंत कॉल करें। वे आपको वह सारी जानकारी देंगे जो आपको चाहिए।
गंभीर प्रकार के बवासीर में उपचार के कई विकल्प मौजूद हैं, लेकिन सबसे पसंदीदा और सर्वोत्तम विकल्प लेज़र सर्जरी से उपचार करना है। लेज़र सर्जरी में कोई बड़ा कट नहीं लगाना होता है, जिससे मरीज को कम पीड़ा होती है और जल्दी रिकवरी होती है। लेकिन, यह बवासीर के प्रकार और स्थिति पर निर्भर करता है।
आमतौर पर, सर्जरी करने से पहले सर्जन लोकल एनेस्थीसिया देकर गुदा क्षेत्र को अचेत करते हैं, जिससे सर्जरी होते वक्त दर्द का एहसास नहीं होता है। लेकिन यदि किसी कारण से दर्द होता है, तो डॉक्टर आपको पेन किलर की दवा देंगे।
बवासीर की सर्जरी एक सामान्य प्रक्रिया है। यदि आप लेज़र सर्जरी करते है, तो आमतौर पर १ से २ घंटे का समय सर्जरी में लग सकता है। लेज़र सर्जरी में एक हफ़्ते में रिकवरी में लग सकता है, लेकिन १ से २ दिन में मरीज़ अपने काम पर लौट सकता है। वहीं, स्टेप्लिंग सर्जरी और ओपन सर्जरी जैसी प्रक्रिया के जरिए बवासीर का उपचार करवाने पर रिकवरी में ५ से १५ दिन तक लग सकते हैं।
बवासीर के १० प्रतिशत से कम मामलों में सर्जरी की आवश्यकता होती है। हालांकि, बवासीर की समस्या काफ़ी बढ़ जाने पर सर्जरी की जरूरत हो सकती है। आमतौर पर सर्जरी की जरूरत तब पड़ती है, जब गुदा के अंदर का मस्सा बाहर आ जाता है और घरेलू उपचार, आयुर्वेदिक औषधि और एलोपैथी दवा से बवासीर की समस्या का समाधान नहीं हो पाता है।
स्टेप्लिंग सर्जरी और ओपन सर्जरी जैसी प्रक्रिया के जरिए इलाज करवाने पर रिकवरी में आमतौर पर ५ से १० दिन तक लग सकते हैं। वहीं, लेज़र सर्जरी में रिकवरी का समय काफ़ी कम हो जाता है। आमतौर पर १ से ३ दिन में मरीज़ अपनी सामान्य गतिविधियां शुरू कर सकता है।
ऑपरेशन से बवासीर ठीक होने के बाद दोबारा होने की संभावना कम रहती है। लेकिन अगर आप देख-रेख में लापरवाही और खान-पान सही नही रखते हैं, तो बवासीर दोबारा हो सकता है।
बवासीर की सर्जरी के तुरंत बाद लेटे रहना चाहिए। सर्जरी के बाद १ से २ सप्ताह तक तेज़ गतिविधि (जैसे कि दौड़-भाग, ज्यादा श्रम वाले कार्य अदि) करने से बचें। जब तक आप आराम से बैठने और चलने-फिरने में सक्षम नहीं हो जाते, तब तक सिट्ज़ बाथ (गर्म पानी में १० से १५ मिनट तक बैठें) करें।
३ स्टेज यह थोड़ा सीरियस होता है क्योंकि इसमें गुदा के अंदर बनी गांठ शौच के दौरान गुदा से बाहर निकल आती है। इस स्टेज में मरीज़ को बहुत दर्द महसूस होता है। वहीं, दस्त के साथ ख़ून भी ज़्यादा आता है।
बवासीर के प्रारंभिक मामलों में कई बार घरेलू उपाय या आयुर्वेदिक उपचार कर के बवासीर ठीक हो सकता है। यदि, इससे आराम नहीं पड़ता है, तो आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए हैं। डॉक्टर आपके बवासीर के स्थिति के आधार पर आपको दवा और मलहम का सुझाव दे सकते हैं। कई मरीजों का गैर-सर्जिकल इलाज से बवासीर ठीक हो जाता हैं। लेकिन यदि बवासीर गंभीर अवस्था में है, तो सर्जरी से ही ठीक किया जा सकता है।
गैर-सर्जिकल उपचार में निम्न प्रकार शामिल हैं:
सर्जिकल उपचार में निम्न प्रकार शामिल हैं:
बवासीर की सर्जरी से बचने के लिए आपको बवासीर के प्रारंभिक लक्षण दिखते ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इस दौरान आपको तले हुए, मसालेदार, ज्यादा तीखा और बाहर के खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए। इसके अलावा, डॉक्टर की दी हुई दवा नियमित तौर पर लेनी चाहिए और समय पर मलहम लगाना चाहिए। वहीं, लंबे समय तक शौचालय पर न बैठे और शौच करते समय ज़्यादा तनाव न दे। यह बवासीर पर अधिक दबाव डाल सकता है। अगर आप ऐसा करते हैं और डॉक्टर द्वारा दिए गए सलाह को अच्छे से फॉलो करते हैं तो आप सर्जरी से बच सकते हैं।
सर्जरी करने से बवासीर की समस्या ठीक होने के बाद अगर यदि आप अपने जीवनशैली को बेहतर रखेंगे, तो आपको दोबारा बवासीर होने की संभावना बहुत कम हो सकती है। वहीं, अगर फिर से बिना फाइबर वाले आहार लेने लगे, देर तक बैठे या खड़े रहने लगे तो बवासीर वापस होने की संभावना बढ़ सकती है।
बवासीर की सर्जरी होने के बाद कुछ चीज़ों को अपने डाइट में ज़रूर शामिल करना चाहिए। जैसे कि अनाज में ओट्स, ब्राउन राइस, होल व्हीट आदि को अपने डाइट में शामिल करें। फलों में केला, सेब, अंगूर और संतरा खाएं। इसके साथ ही हरी और पत्तेदार सब्जियां जैसे कि पालक, गाज़र, पत्ता गोभी, खीरा और ब्रोकली का सेवन कर सकते हैं। मसालेदार और तीखा खाने से बचें।
बवासीर की सर्जरी होने के बाद कुछ चीज़ों को खाने से परहेज़ करना चाहिए। जैसे कि तैलीय, तीखा और मसालेदार खाना न खाएं। इसके साथ-साथ बेकरी उत्पाद, जंक फ़ूड, डिब्बाबंद भोजन, सफेद ब्रेड, चाट, पापड़ और सूखी सब्जियां आदि। वहीं, सिगरेट, गुटखा और शराब का सेवन भी बवासीर की स्थिति को बिगाड़ सकता है।
डॉक्टर आपके बवासीर की जांच करते हैं और बवासीर के ग्रेड, गंभीरता और अन्य कारक जैसे उम्र, मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर आपके लिए उचित उपचार की सलाह देते हैं। सभी कारकों को देखते हुए डॉक्टर आपको गैर-सर्जिकल उपचार, होम्योपैथी, एलोपैथिक या सर्जिकल उपचार की सलाह दे सकते हैं।
Last Updated on: 12 December 2023
MBBS, DNB General Surgery, Fellowship in Minimal Access Surgery, FIAGES
12 Years Experience
Dr Aman Priya Khanna is a well-known General Surgeon, Proctologist and Bariatric Surgeon currently associated with HealthFort Clinic, Health First Multispecialty Clinic in Delhi. He has 12 years of experience in General Surgery and worke...View More
She has extensive experience in content and regulatory writing with reputed organisations like Sun Pharmaceuticals and Innodata. Skilled in SEO and passionate about creating informative and engaging medical conten...View More
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