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यूरिक एसिड टेस्ट क्या है - प्रक्रिया, सामान्य स्तर, खर्च और परिणाम

Uric Acid Test in Hindi

Test Duration

clock

2 Minutes

------ To ------

3 Minutes

Test Cost

rupee

80

------ To ------

250

Uric Acid Test in Hindi
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यूरिक एसिड टेस्ट को सीरम यूरिक एसिड टेस्ट, सीरम यूरेट, यूए, और यूरिक एसिड मूत्रवैकल्पिक के नाम से भी जाना जाता है। यह रक्त और पेशाब में यूरिक एसिड की मात्रा को मापता है।

यूरिक एसिड जो एक उप उत्पाद है, इसका परीक्षण रक्त और २४ घंटे के मूत्र नमूने को लेकर किया जाता है। प्रयोगशाला तकनीशियन द्वारा आपके रक्त और मूत्र का नमूना टेस्ट के लिए लिया जाता है। इसके परिणामों का विवेचन परिणित चिकित्सक द्वारा किया जाता है। 

यूरिक एसिड टेस्ट कैसे होता है इसके बारे में विस्तार रूप से जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़े।

वैकल्पिक नाम

सीरम यूरेट, एसयू परीक्षण, सीरम यूरिक एसिड स्तर

आवश्यक शर्तें (उपवास आवश्यक आदि)

इस परीक्षण के लिए उपवास की आवश्यकता नहीं है

द्वारा परीक्षण किया गया

परिणित प्रयोगशाला टैक्नीशियन 

पैरामीटर कवर किए गए

यूरिक एसिड उच्च

यूरिक एसिड निम्न

यूरिक एसिड नॉर्मल

रिपोर्ट समय

२४ घंटे

यूरिक एसिड टेस्ट के बारे में

यूरिक एसिड टेस्ट रक्त या पेशाब के नमूने में यूरिक एसिड की मात्रा के स्तर को बताता है। यूरिक एसिड, एक सामान्य अपशिष्ट उत्पाद है जो शरीर में प्यूरीन नामक एक रसायन के टूटने पर बनता है। यह प्यूरीन कोशिकाओं के मरने पर बनता है। प्यूरिन काफी सारे खाद्य पदार्थ और पेय में भी पाया जाता है।

आम तौर पर यूरिक एसिड रक्त में घुल जाता है, जिसे गुर्दे रक्त से छानकर शरीर से मूत्र के साथ बाहर निकाल देती है। जब यह किसी कारण रक्त में बढ़ता है तो अलग अलग बीमारियां जैसे गाउट, गुर्दे में पथरी, और अम्लरक्तता का कारण बनता है।

यूरिक एसिड टेस्ट का उद्देश्य

यूरिक एसिड टेस्ट का मूल उद्देश्य है, शरीर में यूरिक एसिड के स्तर का पता लगाना है। क्योंकि जब रक्त में अधिक मात्रा में यूरिक एसिड बनता है तो वह जोड़ों के भीतर और जोड़ों के आसपास सुई जैसे नोकीले स्फटिक बनाता है। इस स्थिति को गाउट कहा जाता है। यह एक प्रकार का गठिया रोग है जिससे जोड़ों में गंभीर दर्द और सूजन होती है। 

इसके अलावा यूरिक एसिड का उच्च स्तर गुर्दे में पथरी बनाता है। जब रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तब किडनी में यूरिक एसिड के छोटे छोटे पथरी बनने लगते है। यह छोटे पत्थर फिर जुड़कर बड़े बनते है। जो आगे चलकर गुर्दों की विफलता का कारण भी बन सकता है। 

आपको एस यूरिक एसिड टेस्ट की आवश्यकता ज्यादा है अगर आपको गठिया बीमारी के लक्षण है जैसे:

  1. एक ही जोड में दर्द

  2. पैर के अंगूठे में सूजन और दर्द 

  3. टखने या घुटने में दर्द

  4. सूजन

  5. लालपन 

  6. गर्माहट

आपको यूरिक एसिड यूरीन टेस्ट की आवश्यकता हो सकती है यदि आपको गुर्दे की पथरी के लक्षण है, जैसे,

  1. पेट के नीचे, बाजू, कमर या पीठ में तेज दर्द 

  2. बार बार पेशाब आना

  3. पेशाब नही होना

  4. पेशाब में खून 

  5. पेशाब करते वक्त तेज दर्द  

  6. पेशाब में झाग 

  7. पेशाब में दुर्गंध

  8. मतली या उलटी महसूस होना

  9. ठंड के साथ बुखार आना

यूरिक एसिड टेस्ट के फ़ायदे

यूरिक एसिड टेस्ट का फायदा यह है, की हमे अंदरूनी बीमारी का पता चलता है। इसके आधार पर चिकित्सक सटीक इलाज कर सकते है। यूरिक एसिड टेस्ट से जुड़े फायदे कुछ इस प्रकार से है : 

  1. सुरक्षित - यूरिक एसिड जांच सुरक्षित और काम जोखिमवाली जांच है।

  2. दुष्परिणामरहित - इस परीक्षण के कोई दुष्परिणाम नही है।

  3. त्वरित - इस जांच के लिए ज्यादा वक्त नहीं लगता है। इसके परिणाम भी जल्दी मिल जाते है। 

  4. निदान - यूरिक एसिड के टेस्ट से गाउट का निदान करने में मदत मिलती है।

  5. निगरानी - जिनमे कैंसर के लिए कीमोथेरेपी का उपचार चल रहा हो उनमें इस टेस्ट के जरिए यूरिक एसिड के स्तर की निगरानी रखी जा सकती है।

यूरिक एसिड यूरीन टेस्ट के फायदे है : 

  1. परीक्षण - मूत्र में यूरिक एसिड की कम या ज्यादा मात्रा का परीक्षण कर सकते है।

  2. पथरी का कारण - गुर्दे में पथरी का कारण यूरिक एसिड है या नही इससे पता लगाया जा सकता है।

  3. निगरानी - जो लोग गठिया से ग्रसित उनमें गुर्दे की पथरी की जोखिम पर नज़र रख सकते है।

यूरिक एसिड टेस्ट के प्रकार

कुल तीन प्रकार यूरिक एसिड टेस्ट किए जाते है। इनमे शामिल है :

  1. यूरिक एसिड रक्त परीक्षण - इसमें रक्त के नमूने में यूरिक एसिड की मात्रा को मापा जाता है। यह अक्सर गांठों के बीमारी के निदान के लिए किया जाता है।

  2. यूरिक एसिड मूत्र परीक्षण - इसमें पेशाब के नमूने में यूरिक एसिड की मात्रा को मापा जाता है। यह अक्सर गुर्दे की पथरी या अन्य मूत्र प्रणाली संबंधी बीमारियों के निदान के लिए किया जाता है।

  3. यूरिक एसिड श्लेष द्रव विश्लेषण - इसमें गांठों के अंदर के श्लेष द्रव का परीक्षण किया जाता है। 

यूरिक एसिड टेस्ट की तैयारी

वैसे तो यूरिक एसिड टेस्ट के लिए किसी खास तैयारी की आवश्यकता नहीं है। पर कुछ बाते ध्यान में रखे:

  1. दवाइयों के बारे में सूचित करे
  2. आपका चिकित्सक आपको कुछ औषधियों से परहेज करने की सलाह दे सकते है। क्योंकि कुछ दवाइयां यूरिक एसिड टेस्ट सामान्य स्तर को बढ़ा सकती है। जिनमें शामिल है:  
    1. एस्पिरिन - यह शरीर से यूरिक एसिड के निष्कासन को कम करके रक्त में इसके स्तर को प्रभावित करता है।

    2. विटामिन बी-3 ( नियासिन ) - यह यूरिक एसिड उत्सर्जन को कम करके यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाता हैं।

  3. चिकित्सक को उन सभी दवाओं के बारे में बताएं जो आप ले रहे है। बिना चिकित्सक से सलाह मशवरा किए कोई भी दवाई खुद से लेना बंद न करे।  

यूरीन टेस्ट की तैयारी

यूरिक एसिड टेस्ट पेशाब के परीक्षण के लिए २४ घंटो तक लगातार पेशाब इकट्ठा करना होता है। इससे जुड़ी पूरी जानकारी विस्तार रूप से प्रयोगशाला तकनीशियन या आपके चिकित्सक से आपको मिल जायेगी।

यूरिक एसिड टेस्ट की प्रक्रिया

यूरिक एसिड टेस्ट दो रूप में किया जा सकता है। चिकित्सक था निर्धारित करते है, कि आपको किस परीक्षण की आवश्यकता है।

सीरम यूरिक एसिड टेस्ट

  1. एक पेशेवर प्रयोगशाला तकनीशियन एक छोटी सुई का इस्तेमाल करके हाथों की नस से रक्त का नमूना लेगा। 

  2. सुई डालकर, एक परीक्षण शीशी में थोड़ी मात्रा में रक्त एकत्र किया जाता है।

  3. जब सुई नस से अंदर बाहर होती है तब हलकी चुभन महसूस होती है।

  4. यह प्रक्रिया ५ मिनिट से कम समय में हो जाती है। 

यूरिक एसिड मूत्र परीक्षण 

  1. यह २४ घंटे का मूत्र नमूना परीक्षण है।

  2. चिकित्सक २४ घंटे की अवधि के दौरान सारा मूत्र एक कंटेनर में इकट्ठा करने की सलाह देते है। 

  3. मूत्र को एकत्र करने के लिए आपको एक विशिष्ट परीक्षण डिबिया और खास निर्देश दिए जाएंगे, जैसे किस समय पेशाब लेना शुरू करना है और कैसे लेना है।

इस परीक्षण में निम्नलिखित चरण होते हैं: 

  1. शुरुआत में, हमेशा की तरह शौचालय में पेशाब करें और इस शुरुआती पेशाब को एकत्र न करें। मूत्र विसर्जन का वक्त लिख कर रखे।

  2. इसके बाद अगले २४ घंटों में जितनी बार भी आप पेशाब करने जाए, उस पेशाब को दी गई डिबिया में इकट्ठा करे।

  3. संग्रह अवधि के दौरान, पेशाब की डिबिया को को फ्रीज में या बर्फ वाले फ्रीजर में रखें।

  4. परीक्षण शुरू करने के २४ घंटे बाद, परीक्षण के लिए अंतिम पेशाब का नमूना इकट्ठा करे।

  5. चिकित्सक या पेशेवर प्रयोगशाला तकनीशियन के निर्देशान के हिसाब से पेशाब वाला कंटेनर को प्रयोगशाला में पहुंचा दें। [१]

परिक्षण के बाद देखभाल

यूरिक एसिड रक्त परीक्षण और मूत्र परीक्षण किसी आम परीक्षण जैसे है। इनमे किसी खास देखभाल की आवश्यकता नहीं है। नस में से खून निकालने के बाद थोड़ा चक्कर आ सकता है। इसीलिए आपको ५ मिनट तक बैठने की सलाह दी जा सकती है। इसके अलावा अन्य किसी देखभाल की आवश्यकता नहीं है।

यूरिक एसिड टेस्ट के परिणाम

यूरिक एसिड टेस्ट का विवेचन सटीक तरीके से चिकित्सक कर सकते है। इसके लिए चिकित्सक आपके लक्षणों और अन्य बातों को भी ध्यान में रखते है। सीरम यूरिक एसिड टेस्ट के मानक आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बताते है। 

यूरिक एसिड का सामान्य स्तर

यूरिक एसिड स्तर से काफी बीमारियों का निदान किया जा सकता है। स्तर उच्च होनेपर आवश्यक इलाज और खानपान द्वारा उसे ठीक किया जा सकता है। 

  1. रक्त में यूरिक एसिड टेस्ट के सामान्य स्तर ३.५ से ७.२ मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर के बीच होता है। 

  2. मूत्र में यूरिक एसिड टेस्ट के सामान्य स्तर २५० to ७५०  मिलीग्राम/२४ घंटे है। 

यूरिक एसिड का उच्च स्तर

रक्त या यूरीन मे यूरिक एसिड का उच्च स्तर का मतलब यह नहीं है की आप बीमार है और आपको इलाज की अवश्यकता है। कही बार ऐसा होता है बिना किसी बीमारी के भी यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है। 

रक्त में यूरिक एसिड टेस्ट के उच्च स्तर ७.२ मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से अधिक होता है। यह तीन कारणों से हो सकता है। जिनमें शामिल है:

  1. शरीर के रक्त में ज्यादा मात्रा में यूरिक एसिड बन रहा है

  2. गुर्दे रक्त से यूरिक एसिड को नहीं निकाल पा रहे है

  3. शरीर में अधिक मात्रा में प्यूरिन बन रहा है

सीरम यूरिक एसिड का उच्च स्तर का कारण हो सकता है:

  1. गाउट - यह एक गठिया रोग जिसमे जोड़ों में सूजन और दर्द होता है।

  2. गुर्दे का रोग - गुर्दे से संबंधित विकार जैसे पथरी, रुकावट, गुर्दे की विफलता और कर्क रोग का होना।

  3. हाइपोथायरायडिज्म - यह एक थायराइड ग्रंथि की बिमारी है। इसमे थायराइड ग्रंथि का के हार्मोन्स कम होते है। [२]

  4. कैंसर - मेटास्टैटिक कैंसर जब कर्क रोग शरीर के बाकी हिस्सों में फैल जाता है तब यूरिक एसिड बढ़ जाता है। कैंसर के इलाज के दुष्परिणाम की वजह से भी यूरिक एसिड बढ़ सकता है।

  5. अम्लरक्तता - अम्लरक्तता जिसमे शरीर में अम्ल की मात्रा बढ़ जाती है। निर्जलीकरण या मधुमेह संबंधी कीटोअम्लरक्तता भी यूरिक एसिड बढ़ने की वजह हो सकती है।

मूत्र में यूरिक एसिड का उच्च स्तर ७५०  मिलीग्राम/२४ घंटे से ज्यादा है। मूत्र में उच्च यूरिक एसिड स्तर का मतलब:

  1. वृक्क तंत्र प्रणाली से जुड़ी कोई बीमारी

  2. रक्त से जुड़े कर्क रोग 

  3. गाउट की स्थिति 

  4. गुर्दे की पथरी या उससे जुड़ी जोखिम

  5. ल्यूकेमिया जो रक्त कोशिकाओं का कर्क रोग 

  6. मल्टीपल मायलोमा यह जीवद्रव्य कोशिकाओं का कर्क रोग 

  7. शरीर में फैलता हुआ कैंसर 

  8. मोटापा

  9. आनुवंशिक बीमारियां, जैसे कि लेस्च-न्याहन सिंड्रोम,जिसमे शरीर के लिए यूरिक एसिड को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाता है [२]

यूरिक एसिड टेस्ट निम्न स्तर

यूरिक एसिड रक्त परीक्षण के निम्न स्तर ३.५ मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर या उससे कम होता है। 

मूत्र में यूरिक एसिड का निम्न स्तर २५० मिलीग्राम/२४ घंटे से कम होता है। मूत्र में यूरिक एसिड का निम्न स्तर इन स्थितियों में हो सकता है :

  1. गुर्दे की बीमारी की वजह से हो सकता है।

  2. सीसा विषाक्तता भी एक कारण है।

  3. शराब सेवन से सबंधित विकार में भी यह होता है।

यूरिक एसिड टेस्ट के परिणाम के आधार पर चिकित्सक अंतर्निहित स्थिति का निदान करते है | इसी के आधार पर आगे का इलाज भी निर्धारित करते है।

परिक्षण के बाद उपचार की योजना

इलाज यूरिक एसिड का नहीं उस कारण का किया जाता है जिसकी वजह से यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है। साथ में यूरिक एसिड के बढ़े हुए लक्षणो का भी इलाज किया जाता है।

  1. जैसे गठिया है, तो सूजन, और दर्द निवारक औषधियां लिखी जाती है।

  2. खाना पान में बदलाव जैसे द्रव का सेवन की सलाह आपको चिकित्सक दे सकते है।

  3. शराब और मीठे पेय से परहेज भी इलाज का हिस्सा है।

  4. बर्फ गठिया के सूजन को कम करने में मदद करता है।

अगर  गुर्दे की पथरी  है तो

  1. अधिक द्रव और पानी पीने की सलाह दी जाती है। जिससे पथरी को पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकाल सके

  2. अगर पथरी बड़ी है जो पेशाब से न निकले तो शल्य चिकित्सा द्वारा पथरी निकल दी जाती है।

परिक्षण से संबंधित जोखिम और दुष्रभाव

यूरिक एसिड रक्त परीक्षण में कोई गंभीर जोखिम नहीं है। लेकिन कुछ जटिलताएं हो सकती है। इनमे शामिल है:

  1. सूजन और दर्द - कुछ लोगों को रक्त लेने के बाद सूजन और दर्द का सामना करना पड़ सकता है।

  1. शिराप्रवाही - खून न थमने की स्थिति के कारण शिराप्रवाही हो सकती है। जिस नस से रक्त लिया गया हो वहा से शिराप्रवाही का खतरा होता है।.

  1. नीडल इंजरी - सुई के गलत तरीके से न निकालने के कारण उंगलियों में सुई से घाव हो सकता है।

यूरिक एसिड मूत्र परीक्षण में कोई जोखिम या जटिलताएं नही है। 

यूरिक एसिड टेस्ट की कीमत

यूरिक एसिड टेस्ट के मूल्य अलग अलग प्रयोगशाला में भिन्न हो सकता है। इसी प्रकार अलग अलग शहर में भी इसकी कीमत थोड़ी अलग हो सकती है। 

टेस्ट 

कीमत

सीरम यूरिक एसिड टेस्ट

₹ १०० - ₹ २५०

यूरिक एसिड मूत्र परीक्षण 

₹ ८० - ₹ २००

कीमत को प्रभावित करने वाले कारक

यूरिक एसिड परीक्षण की कीमत को निम्न बाते प्रभावित कर सकती है:

  1. किस प्रकार का यूरिक एसिड परीक्षण है; मूत्र या रक्त परीक्षण

  2. किस शहर में परीक्षण किया गया है। बड़े और छोटे शहरों में इस परीक्षण की कीमत भिन्न हो सकती है।

  3. एक ही शहर के अलग अलग प्रयोगशाला में इस टेस्ट की कीमत अलग हो सकती है।

निष्कर्ष

यूरिक एसिड एक प्राकृतिक उपशामक है जो सामान्य रूप से शरीर से प्राकृतिक रूप से बाहर निकाला जाता है। पर कुछ स्थितियों में ऐसा न होने पर इसकी मात्रा रक्त और पेशाब में बढ़ जाती है, जो जटिलताएं पैदा कर सकता है।

इस लेख में आप जान गए होंगे के यूरिक एसिड का टेस्ट कैसे होता है। यदि आपके यूरिक एसिड टेस्ट से जुड़े आपके कोई प्रश्न हैं, तो HexaHealth के प्रदाता से बात करें। इनका परिणित समूह दवाएं, और आहार में परिवर्तन के जरिए आपके यूरिक एसिड के स्तर को सामान्य स्तर पर बनाएं रखने में आपकी सहायता करेगा। HexaHealth से जुड़ने और विस्तार जानकारी के लिए यहां दिए गए लिंक पर क्लिक करे।

अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल

यूरिक एसिड टेस्ट एक परीक्षण है जो रक्त और मूत्र के नमूने को लेकर किया जाता है। यह परीक्षण रक्त और पेशाब में यूरिक एसिड नामक एक अपशिष्ठ उत्पाद की मात्रा को नापता है। इसका शरीर में बढ़ना बीमारियों का लक्षण है, जिसका इलाज आवश्यक होता है।

जब हमारे शरीर की कोशिकाएं मरती है तब उससे  प्यूरीन नामक एक रसायन निकलता है। जब हमारा शरीर इस रसायन को तोडता है तब उत्पाद रूप में यूरिक एसिड बनता है। ज्यादातर यह रक्त में घुलता है और गुर्दों द्वारा शोषित होकर पेशाब के साथ शरीर से बाहर निकाला जाता है।

अगर आप निम्न लिखित लक्षणों का अनुभव कर रहे है तो आपको यूरिक एसिड टेस्ट कराना चाहिए।

गाउट के लक्षण जैसे :

  1. जोड़ों में दर्द या पीड़ा

  2. अंगूठे के जोड़ में दर्द और सूजन

  3. टखना या घुटना जोड़ के पास लाल सूजन और गर्माहट 

  4. जोड़ के ऊपर की त्वचा का चमकदार दिखना

गुर्दे की पथरी के लक्षण जैसे :

  1. पीठ के नीचेवाले हिस्से में तेज़ दर्द

  2. बार बार उठानेवाला पीठ दर्द जो रह रह कर आता हो

  3. मतली या उलटी

  4. पेशाब बार बार करना 

  5. पेशाब में खून दिखना

जब रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा २.० मिलीग्राम/डीएल से कम होती है उसे हाइपोरिसीमिया कहते है। वैसे तो इसके कोई लक्षण नहीं होते है जिसके लिए इलाज की जरूरत हो। यूरिक एसिड निकासी में वृद्धि या यूरिक एसिड उत्पादन में कमी इसके मुख्य कारण हो सकते है।

यूरिक एसिड टेस्ट से रक्त और पेशाब में यूरिक एसिड की मात्रा का पता चलता है। इससे ये भी पता चलता है  की क्या यूरिक एसिड सामान्य स्तर पर है, अधिक है या निम्न है।

यूरिक एसिड के सामान्य स्तर इस प्रकार से होते है।

  1. यूरिक एसिड का रक्त में सामान्य स्तर ३५ से ७.२ मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर के बीच होता है।

  2. यूरिक एसिड मूत्र में सामान्य स्तर २५० to ७५०  मिलीग्राम/24 घंटे बीच होता है।

अलग अलग प्रयोगशालाओं में सामान्य स्तर थोड़ा सा भिन्न हो सकता है। पर आम तौर पर यूरिक एसिड की सामान्य मात्रा ३.५ से ७.२ मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (मिलीग्राम/डीएल) के बीच होता है। अगर आपके यूरिक एसिड टेस्ट के परिणाम विभिन्न है तो उसका अर्थ समझने के लिए अपने चिकित्सक से संपर्क करे।

एक अध्ययन के हिसाब से देखा गया है के ५ से १५ वर्ष की आयु के बढ़ने के साथ में यूरिक एसिड साल दर साल बढ़ता जाता है। इसका एक कारण मांसपेशियों में बढ़त और पोषण चयापचय में वृद्धि हो सकता है। 

 साथ ९ साल की उम्र से पहले यूरिक एसिड धीमे धीमे बढ़ता है। उसके बाद ९ साल की उम्र में लड़कियों में और १० साल की उम्र में लड़कों में यूरिक एसिड तेजी से बढ़ता जाता है।

रक्त में यूरिक एसिड इन बीमारियों में बढ़ता है

  1. गाउट (गठिया रोग जिसमे जोड़ों में सूजन और दर्द होता है)

  2. गुर्दे का रोग (गुर्दे की पथरी)

  3. ल्यूकेमिया (एक प्रकार का रक्त कर्क रोग)

  4. मल्टीपल मायलोमा जो रक्त कर्क रोग का प्रकार है

  5. मेटास्टैटिक कैंसर (कर्क रोग जो शरीर के बाकी हिस्सों में फैल गया हो) 

  6. कैंसर के उपचारों के दुष्प्रभाव 

  7. अत्यधिक शराब का सेवन 

  8. प्रीक्लेम्पसिया(जिसमे गर्भवती महिलाओं में खतरनाक रूप से उच्च रक्तचाप होता है)

पेशाब में यूरिक एसिड इन बीमारियों में बढ़ता है

  1. अधिक पशु प्रोटीन का सेवन 

  2. गाउट या गठिया रोग

  3. लेकिमिया (रक्त कर्क रोग)

  4. मोटापा 

  5. कैंसर के उपचार का दुष्प्रभाव

  6. शेषांत्रछिद्रीकरण

  7. ग्लाइकोजन भंडारण रोग 

  8. लेस्च-निहान सिंड्रोम

यूरिक एसिड में दर्द इस तरह से होता है:

  1. यूरिक एसिड आम तौर पर जोड़ों में जाकर वहा नोकीले स्फटिक बनाता है।

  2. परिणाम के तौर पर जोड़ों में खास कर पैर के अंगूठे के जोड़ में तीव्र दर्द होता है। इसके अलावा खून में अधिक मात्रा में यूरिक एसिड का होने से घुटने या टखने का जोड़ में भी दर्द, सूजन, लालपन और गर्माहट महसूस हो सकती है।

नही, बल्कि सत्य इसके ठीक उलटा है। एक अध्ययन में  दूध और उसके विभिन्न उत्पाद जैसे पनीर, कम वसा वाले दही, कुल दूध और कम वसा वाले दूध हाइपरयुरिसीमिया को कम करता है।

उपचार न किए जाने पर उच्च यूरिक एसिड जोखिम पैदा कर सकता है। जैसे

  1. स्हड्डी, जोड़ और ऊतक को स्थाई रूप से क्षति पहुंचा सकता है

  2. गुर्दे की बीमारी

  3. हृदय रोग का 

  4. प्रकार २ मधुमेह

  5. उच्च रक्तचाप

  6. वसीय यकृत्

आम तौर पर यह ₹ ८० से ₹ ₹ २५० तक हो सकती है। अलग अलग शहर इसकी कीमत भिन्न हो सकती है।

सीरम यूरिक एसिड टेस्ट की प्रक्रिया आम रक्त परीक्षण जैसे होती है। इसमें परिणित प्रयोगशाला तकनीशियन आपके हाथ के नस से रक्त का नमूना लेते है। 

यूरिक एसिड मूत्र परीक्षण के लिए आपको चिकित्सक २४ घंटों तक लगातार मूत्र एकत्रित करने की सलाह देते है। हर बार मूत्र को एक डिबिया में इकठ्ठा किया जाता है जो फिर प्रयोगशाला भेज दिया जाता है।

यूरिक एसिड टेस्ट से पहले ध्यान रखनेवाली बाते

  1. अपने चिकित्सक की हर सलाह को सही से अनुसरण करे।

  2. मांस, मछली,समुद्री खाद्य, मशरूम, जैसे प्यूरीन वाले खाद्य न खाए।

  3. शराब न पिए।

  4. चिकित्सक के परामर्श करके उन दवाई के बारे में जान ले जो आपके यूरिक एसिड टेस्ट के परिणाम को प्रभावित कर सकता है।

सीरम यूरिक एसिड टेस्ट के परिणाम कुछ खाद्य और पेय से बदल सकता है। इसीलिए आपको खान पान से संबंधित कुछ परहेज रखना आवश्यक है। जैसे

  1. प्यूरीन वाले खाद्य पदार्थ

  2. ऑर्गन मास

  3. मशरूम

  4. मछलियाँ

  5. समुद्री भोजन

  6. सूखे मटर

  7. फलियाँ

  8. विटामिन बी ३ की दवाईयां

सीरम यूरिक एसिड टेस्ट के लिए वैसे तो फास्टिंग की जरूरत नहीं है। पर कभी कभी आपको चिकित्सक रक्त संग्रह से ४से ५ घंटे पहले कुछ न खाने पीने की सलाह दे सकते है।

इसके अलावा कुछ दवाइयां न लेने की सलाह भी दी जा सकती है। ध्यान रहे बिना चिकित्सक से परामर्श किए कोई दवा बंद न करे।

सीरम यूरिक एसिड टेस्ट के लिए सैंपल संग्रह एक आम रक्त परीक्षण के जैसे ही किया जाता है। इसमें प्रयोग शाला तकनीशियन सुई द्वारा हाथ की नस से रक्त का सैंपल लेता है। इसे परीक्षण शीशी में डालकर फिर प्रयोग शाला भेज दिया जाता है।

यूरिक एसिड मूत्र परीक्षण के लिए चिकित्सक 24 घंटे के दौरान सारा मूत्र एकत्र करने की सलाह देते है। इसमें सुबह उठने के साथ मूत्राशय खाली कर, समय नोट करें। इसके बाद अगले २४ घंटों में जब भी आप पेशाब करने जाए तो मूत्र एक कंटेनर में एकत्र करे। फिर इसे प्रयोगशाला भेज दिया जाता है।

आम तौर पर सीरम यूरिक एसिड टेस्ट के नतीजे एक दो दिन में मिल जाते है। लेकिन सटीक उत्तर एक हर प्रयोगशाला में थोड़ा भिन्न हो सकता है। इसीलिए अपने प्रयोगशाला टैक्नीशियन से इस बारे में जानकारी प्राप्त करे।

यूरिक एसिड टेस्ट के नतीजों का विवेचन खुद से करना सही नहीं है। क्योंकि सटीक तरीके से समझने के लिए टेस्ट परिणामों के साथ आपके लक्षणों की जानकारी होना भी जरूरी है। इसलिए जब आपके यूरिक एसिड टेस्ट परिणाम मिल जाए तो अपने चिकित्सक से परामर्श करे।

एस यूरिक एसिड टेस्ट के नतीजों का अधिक स्तर का मतलब निम्न कारण हो सकते है।

  1. अम्लरक्तता जिसमे शरीर में आम्ल की मात्रा बढ़ जाती है।

  2. शराब जिसमे इथेनॉल की वजह से यूरिक एसिड बढ़ता है।

  3. कर्क रोग के लिए दी जानेवाली रसायन चिकित्सा का दुष्प्रभाव से होता है।

  4. डायबिटीज़ संबंधी कीटोएसिडोसिस जिसमे शरीर में  अम्लरक्तता बढ़ जाती है।

  5. हाइपोथायरायडिज्म जिसमे थायराइड ग्रंथि से हार्मोन्स काम हो जाते है।

फ्रुक्टोज से भरपूर फल यूरिक एसिड में नहीं खाना चाहिए। 

जैसे:

  1. सेब

  2. सूखा खुबानी

  3. कच्चा केला

  4. कच्चे मीठे चेरी

  5. सूखे अंजीर  

  6. अमेरिकी अंगूर

  7. यूरोपीय आलूबुखारा

  8. सूखा किशमिश

कुछ अध्ययनों में देखा गया है की नींबू यूरिक एसिड को कम करने में फलकारी है। नींबू का जूस या पानी में मिलाकर नींबू रस दोनो भी रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने में मदत करते है।

अध्ययनों के हिसाब से कुछ खाद्य पदार्थ और पेय  शरीर में यूरिक एसिड को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं। जैसे

  1. मलाई निकाला हुआ दूध पीए।

  2. चेरी खाए, जिस में सूजन-रोधी गुण हैं।

  3. कॉफ़ी का सेवन करे, से प्यूरीन से यूरिक एसिड बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।

  4. पानी पीए, जिससे मूत्र में यूरिक एसिड आसानी से बाहर निकल जाता है

  5. इसके अलावा प्रोटीन स्रोतों में बदलाव करे।

  6. ताजे फलों और सब्जियां खाएं।

  7. सभी प्रकार के अनाज खाए, जई को छोड़कर

  8. साबुत अनाज का सेवन करे।

हां। यूरिक एसिड में चावल खा सकते है। चावल और अन्य प्रकार के अनाज सिवाय ओट्स के यूरिक एसिड के लिए सुरक्षित है।

यूरिक एसिड ठीक करने का तरीका 

  1. दवाइया जो सूजन, और दर्द कम करती है।

  2. भोजन जिसमे प्यूरिन कम होता है।

  3. स्वस्थ आहार का सेवन।

सन्दर्भ

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लेखक

Kirti V

Kirti V

B.A. English | M.A. English ( Magadh University, Bihar)

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