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प्रेगनेंसी यानी गर्भावस्था को गर्भकालीन अवधि के रूप में परिभाषित किया जाता है, जिसमें एक या एक से अधिक संतानें महिला के गर्भ (यूटरस यानी गर्भाशय) के अंदर बढ़ती और विकसित होती हैं। फर्टिलाइजेशन (निषेचन) से लेकर डिलीवरी यानी प्रसव (भ्रूण के जन्म) तक की पूरी प्रक्रिया में औसतन २६६-२७० दिन या लगभग नौ महीने लगते हैं।
सेक्सुअल इंटरकोर्स (प्राकृतिक संभोग) के माध्यम से या असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (एआरटी) यानी सहायक प्रजनन तकनीक की मदद से गर्भावस्था स्वाभाविक रूप से हो सकती है। एआरटी में आईवीएफ (इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन) और आईसीएसआई (इंट्रासाइटोप्लास्मिक स्पर्म इंजेक्शन) जैसी चिकित्सा प्रक्रियाएं शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल मुख्य रूप से तब किया जाता है जब कोई बांझ होता है। आइए गर्भावस्था के अर्थ, चित्रों की मदद से इसका वर्णन, लक्षण, कारण, निदान, और रोकथाम के साथ ही इससे जुड़ी अन्य बहुत सारी बातों के बारे में भी जानते हैं।
अवस्था का नाम | प्रेगनेंसी (गर्भावस्था) |
वैकल्पिक नाम | गर्भावधि / गर्भकाल |
कारण | नेचुरल सेक्सुअल इंटरकोर्स (प्राकृतिक संभोग), असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (एआरटी) |
लक्षण | मिस्ड पीरियड्स यानी पीरियड्स बंद हो जाना, कोमल या सूजे हुए स्तन, उबकाई या जी मिचलाना, पेशाब ज्यादा आना, थकान, मूड स्विंग यानी तुरंत-तुरंत मिजाज बदलना, सिरदर्द, ऐंठन |
निदान | होम प्रेगनेंसी टेस्ट, ब्लड टेस्ट (खून की जांच), अल्ट्रासाउंड, यूरिन टेस्ट (पेशाब की जांच), ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) टेस्ट |
किसके द्वारा इलाज | गायनोकॉलोजिस्ट (स्त्री रोग विशेषज्ञ) |
डिलीवरी के तरीके | नॉर्मल वेजाइनल डिलीवरी, असिस्टेड डिलीवरी |
मनुष्यों में गर्भावस्था एक बहुत ही जटिल प्रक्रिया है जिसमें कई चरण शामिल होते हैं। यह तब होता है जब नर (स्पर्म यानी शुक्राणु) और मादा (ओवम यानी अंडाणु) गेमेट्स यानी युग्मक मादा प्रजनन अंग के अंदर फर्टिलाइज (निषेचित) होकर एक नवजात शिशु को जन्म देते हैं। गर्भवती होने के लिए निम्नलिखित कदम उठाने की आवश्यकता होती है।
एक महिला को गर्भवती होने के लिए, एक पुरुष के स्पर्म (मेल गेमेट) की जरूरत होती है, जो टेस्टिस (मेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम यानी पुरुष प्रजनन प्रणाली का हिस्सा) में उत्पन्न होते हैं। स्पर्म के वेजाइना (योनि) में जाने से महिला गर्भवती हो सकती है। यह निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:
स्पर्म का ट्रांसपोर्ट कई कारणों पर निर्भर करता है:
यह ऐसी प्रक्रिया है जिसमें ओवरी यानी अंडाशय से एक मैच्योर ओवम/एग (फीमेल गेमेट) निकलता है।
यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें स्पर्म एक ओवम/अंडे से मिलकर जाइगोट (फर्टिलाइज्ड ओवम यानी निषेचित डिंब) बनाता है। ऐसा फैलोपियन ट्यूब में होता है। यहीं से गर्भावस्था की शुरुआत होती है। फर्टिलाइजेशन के बाद, घटनाओं की एक सीरीज होती है जिनमें शामिल हैं:
यह वह प्रक्रिया है जिसमें भ्रूण खुद को गर्भाशय की दीवार से जोड़ लेता है।
विशेषज्ञ डॉक्टर (10)
एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पताल (10)
Last Updated on: 26 October 2022
MBBS, DNB General Surgery, Fellowship in Minimal Access Surgery, FIAGES
12 Years Experience
Dr Aman Priya Khanna is a well-known General Surgeon, Proctologist and Bariatric Surgeon currently associated with HealthFort Clinic, Health First Multispecialty Clinic in Delhi. He has 12 years of experience in General Surgery and worke...View More
She is a B Pharma graduate from Banaras Hindu University, equipped with a profound understanding of how medicines works within the human body. She has delved into ancient sciences such as Ayurveda and gained valuab...View More
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